रेल प्रशासन की संवेदनहीनता के खिलाफ:: यूनियनों का विरोध प्रदर्शन।

रेल प्रशासन की संवेदनहीनता के खिलाफ:: यूनियनों का विरोध प्रदर्शन।


उत्तर पश्चिम रेलवे एंप्लाइज यूनियन की जी एल ओ शाखा के द्वारा मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय पर कोविड-19 संक्रमण के बढ़ते पॉजिटिव केस पर प्रशासन की असंवेदनशील एवं सुरक्षात्मक नीतियों के कारण पूर्णतया सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करते हुए आज विरोध प्रदर्शन किया गया।
यूनियन के मंडल सचिव अरुण गुप्ता ने बताया कि पिछले 1 सप्ताह में मंडल रेल प्रबंधक एवं यातायात कार्यालय में 10 कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव पाए गए जिसमें से 2 कर्मचारियों की मृत्यु भी हो चुकी है ऐसी परिस्थितियों में लगभग 40 50 कर्मचारियों का सैंपल टेस्ट लिए गए हैं जिनकी रिपोर्ट आनी बाकी है इसके बावजूद भी रेल प्रशासन कर्मचारियों की तनावपूर्ण स्थिति एवं उनमें बढ़ते वह को किसी भी प्रकार से कम नहीं कर पा रहा है और ना ही कोई सुरक्षात्मक कदम उठा रहा है यूनियन के मंडल अध्यक्ष मोहन चेलानी ने प्रशासन पर आरोप लगाते हुए बताया कि रेलवे प्रशासन मंडल कार्यालय में ना तो कर्मचारियों के बीच 6 फीट की निर्धारित दूरी को निश्चित कर पा रहा है ना ही एम ओ एच ए की कार्यालय परिसर की सुरक्षा हेतु दी गई गाइडलाइन के अनुसार कर्मचारियों को सुरक्षा प्रदान कर पा रहा है। मंडल सचिव गुप्ता ने कहा कि मंडल कार्यालय व लेखक कार्यालय में लगभग 600 से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं इनके बैठने की व्यवस्था है उसे कर्मचारियों के बीच 3 फीट की दूरी भी नहीं रह पाती है जबकि गृह मंत्रालय भारत सरकार की गाइड लाइन के अनुसार 2 कर्मचारियों के बीच 6 फीट की दूरी होना आवश्यक है और यही कारण है कि यहां कोरोना का संक्रमण एक से दूसरे में तेजी से फैल रहा है गुप्ता ने यह भी आरोप लगाया कि एम ओ एच ए की गाइड लाइन के अनुसार कार्यालय के प्रवेश द्वार पर हाथों को सैनिटाइज किए जाने की व्यवस्था होनी चाहिए किंतु प्रशासन द्वारा यह व्यवस्था भी आज तक उपलब्ध नहीं कराई गई। प्रदर्शन को सफल बनाने में सुनील शर्मा संजय चतुर्वेदी जितेंद्र शर्मा अरविंद यादव योगेश झा नेहा गुर्जर मधु जिंदल राजेश मोदी वीरेश शर्मा उमेश माथुर विजय लोढा विष्णु जोशी भवानी सिंह हेमराज सैनी धर्म सिंह मीणा आशुतोष दौलत हरीश कुसुम आदि ने अपनी अहम भूमिका निभाई।


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