सचिन पायलट की घर वापसी से उनके विधानसभा क्षेत्र टोंक में जश्न का माहौल है. उनके समर्थकों ने आतिशबाजी कर खुशी का इजहार किया.
टोंक. कांग्रेस आलाकमान के साथ बातचीत के बाद आखिरकार सचिन पायलट मान गये और कांग्रेस में उनकी वापसी हो गई. इससे उत्साहित उनके समर्थकों ने टोंक जिला मुख्यालय पर आतिशबाजी कर जश्न मनाया. पायलट समर्थक कांग्रेसी पार्षदों और कार्यकर्ताओं ने सचिन जिंदाबाद के नारे भी लगाये.
करीब 32 दिन के सियासी तकरार के बाद टोंक से विधायक सचिन पायलट का कांग्रेस में लौटना संभव हो सका. यह सूचना उनके समर्थकों के लिए नई उम्मीद लेकर आयी है. वहीं टोंक की जनता के लिए भी यह शुभ संकेत हैं. टोंक के घण्टाघर चौक पर पायलट समर्थक कांग्रेसी पार्षदों ने जमकर आतिशबाजी की और जश्न मनाया. साथ ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से अपील करते हुए युवा चेहरों को आगे बढ़ाने के लिये उदारवादी बनने की मांग की.
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लड़ाई कार्यकर्ताओं के आत्मसम्मान की थी'
कांग्रेस जिलाध्यक्ष लक्ष्मण चौधरी गाता ने कहा कि सचिन पायलट हमारे नेता है. और हम सब उनके साथ थे और रहेंगे. पायलट ने जो लड़ाई लड़ी, वह कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के आत्मसम्मान की लड़ाई थी.
गहलोत सरकार के ऊपर से टला संकट
बता दें कि प्रदेश की अशोक गहलोत सरकार पर छाया सियासी संकट अब लगभग टल गया है. दिल्ली में हुई सियासी सुलह के बाद सचिन पायलट खेमे के निर्दलीय विधायक घर लौटने लगे हैं. जयपुर लौट रहे इन विधायकों का सीएम अशोक गहलोत से मुलाकात का सिलसिला भी जारी है. इसके साथ ही इन विधायकों के अब सुर भी बदले हुए हैं. इन विधायकों का कहना है कि गहलोत से कोई नाराजगी नहीं है.
पायलट खेमे के विधायक सीएम से मिले
मंगलवार को पायलट खेमे के तीन निर्दलीय विधायकों ओमप्रकाश हुड़ला, खुशवीर सिंह जोजावर और सुरेश टाक ने सत्ता पक्ष के खेमे में आकर सीएम अशोक गहलोत से मुलाकात की. मुलाकात के बाद विधायक खुशवीर सिंह ने कहा वे पिछले काफी दिनों से बाहर थे. सीएम गहलोत से कोई नाराजगी नहीं थी. जोजावर ने कहा कि हम सीएम गहलोत के साथ हैं.
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